Share Market में किसी कंपनी के स्टॉक्स में ट्रेडिंग होती है यानि किसी कंपनी के स्टॉक को कम दाम पर खरीदकर उसको ज्यादा दाम में बेचकर मुनाफा कमा लेते हैं।
Note : किसी कंपनी का शेयर उस कंपनी हिस्सा होता है । मान लीजिये किसी के पास कंपनी के 50% शेयर है तो वो आधी कंपनी का मालिक है।
इसी तरह अगर किसी के पास कंपनी के 30% शेयर है तो वो उतने ही हिस्से के बराबर कंपनी का मालिक है। कंपनी का स्टॉक शेयर के समूह को कहते है ।
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करना बहुत आसान है आपको यह देखना है की भविष्य में किसी स्टॉक का प्राइस उपर जायेगा या नीचे जायेगा।
अगर आपको लगता है की किसी कंपनी का शेयर प्राइस बढेगा तो आपको उसे खरीद लेना है और प्रॉफिट होने के बाद आप उसे जब चाहे बेच सकते हो।
ट्रेडिंग कितने प्रकार की होती है ?
शेयर मार्किट में कई तरह की ट्रेडिंग ज्यादा पोपुलर है. पहली स्विंग ट्रेडिंग, दूसरी Intraday ट्रेडिंग, तीसरी आप्शन ट्रेडिंग और चौथी फ्यूचर ट्रेडिंग
1. Swing Trading – इसमें आप किसी स्टॉक्स को जब चाहे खरीद सकते हो और जब प्रॉफिट होने पर जब चाहे बेच सकते हो। मान लीजिये आपने रिलायंस कंपनी का एक शेयर खरीदा है और इसका प्राइस बढ़ने पर बेच दिया है तो यह स्विंग ट्रेडिंग कहलायेगा।
2. Intraday Trading – यह ट्रेडिंग एक दिन की होती है इसमें आपको स्टॉक खरीदकर एक ही दिन में बेचना होता है चाहे आपका प्रॉफिट हुआ हो या फिर घाटा हुआ हो।
अगर आप उसी दिन अपनी पोजीशन एग्जिट नही करते हो तो आपका ब्रोकर आटोमेटिक आपकी पोजीशन एग्जिट कर देगा।
Intraday ट्रेडिंग करने के लिए ब्रोकर आपको मार्जिन भी देता है ज्यादातर ब्रोकर 5x मार्जिन देते हैं। इसका मतलब यह है की अगर आप मान लीजिये की किसी स्टॉक का प्राइस 100 रूपए है तो 5x मार्जिन मिलने के बाद आप उसे 20 रूपए में ही खरीद सकते हैं।
इस तरह आप कम प्राइस में ज्यादा स्टॉक खरीदकर प्रॉफिट बना सकते हैं।
3. Option Trading – यह ट्रेडिंग सबसे ज्यादा फेमस है और लोग भी सबसे ज्यादा इसी ट्रेडिंग के बारे में बात करते हैं। इस ट्रेडिंग में पैसा बहुत जल्दी बनता है और चला भी जाता है। इसमें आप आप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदते हैं। आप्शन कॉन्ट्रैक्ट की वीकली और मंथली एक्सपायरी भी होती है।
यानि अपने जो आप्शन कॉन्ट्रैक्ट खरीदा होगा वो एक हफ्ते और एक महीने बाद Expire हो जायेगा । आप्शन ट्रेडिंग ज्यादातर लोग इंडेक्स में करते है जैसे Nifty 50, Sensex, MidcpNifty, Bankex, BankNifty, Finnifty etc
आप्शन ट्रेडिंग करने के लिए आपको मार्किट में अनुमान लगाना होता है की मार्किट उपर जायेगा या नीचे। अगर आपको लगता है मार्किट उपर जायेगा तो आपको Call option खरीदना होता है और अगर आपको लगता है की मार्किट नीचे जायेगा तो आपको PUT Option खरीदना होता है।
अगर आपको Option Trading के बारे में विस्तार से जानना है तो लिंक पर क्लिक कर सकते हैं।
Trading कैसे करें ?
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग करने के लिए आपके पास एक डीमेट अकाउंट होना चाहिए। आप किसी अच्छे ब्रोकर के पास अपना डिमेंट अकाउंट खोल सकते हो।
मार्किट में बहुत सारे ब्रोकर है आप किसी अच्छे ब्रोकर के पास अपना डीमेट अकाउंट खोल सकते हो। मै अपनी बात करूँ तो मै ट्रेडिंग के लिए एंजेल वन और ज़ेरोधा का इश्तेमाल करता हूँ।
इन दोनों ब्रोकर काफी अछ्छे हैं। इनमे से एंजेल वन में ट्रेडिंग करना काफी आसान है। यह ब्रोकर मुख्या तौर पर ट्रेडिंग के लिए ही बना है।
एंजेल वन में मैंने डीमेट अकाउंट खोलने का प्रोसेस बताया हुआ है उस पोस्ट का लिंक नीचे दिया हुआ है तो आप उसको पढ़ सकते हो।
Angel One Demat Account Opening
Trading कहाँ से सीखें ?
शेयर मार्किट में ट्रेडिंग सीखने के लिए सबसे अच्छा तरीका बुक है। आप एक अच्छी बुक खरीदकर ट्रेडिंग के बेसिक फंडामेंटल जान सकते हो। इसके बाद आप किसी वास्तविक ट्रेडर से ट्रेडिंग सीख सकते हो।
अगर आप Youtube से ट्रेडिंग सीखने जाओगे तो आपको किसी एक वीडियो में सही जानकारी नही मिल जाएगी और आधी अधूरी जानकारी के साथ ट्रेडिंग करने पर आपको बहुत बड़ा घाटा हो सकता है ।
किसी से ट्रेडिंग सीखने से पहले आपको एक बात ध्यान देनी की वो खुद ट्रेडिंग में Profitable होना चाहिए । अगर वो ट्रेडिंग में घाटे में है तो उससे ट्रेडिंग मत सीखें ।
Trading के लिए Best Demat Account कौन सा है ?
ट्रेडिंग के लिए Angel one सबसे बेस्ट डिमेंट अकाउंट है. आप नीचे दिए गये लिंक पर क्लिक करके एंजेल वन में डीमेट अकाउंट खोल सकते हैं. – Angel One Demat Account Opening
FAQ
Trading से आप दिन हजारों और लाखों रूपए कमा सकते हैं । ऐसा नही है की Trading से पैसा कमाना बहुत आसान है लेकिन अगर आप सीख जाते हो तो आप शेयर मार्किट से दिन हजारों और लाखों रूपए आसानी से कमा सकते हो।
Trading के लिए Angel One और Zerodha बेस्ट Demat अकाउंट है। मेरी सलाह है की आप Angel One में Demat खुलवाएं क्योंकि इसमें ग्लित्च न के बराबर देखने को मिलते हैं।
शेयर मार्किट सुबह 9:15 पर खुल जाती है और दोपहर 3:30 बजे बन हो जाती । आप इतने ही घंटे में ट्रेडिंग कर सकते हो।
Trading के लिए सभी ब्रोकर के चार्ज अलग होते हैं । Angel One और Zerodha के चार्ज लगभग सामान ही है । सबसे ज्यादा चार्ज Option Trading पर लगता है।
शेयर मार्किट देश की अर्थव्यवस्था पर निर्भर करती है। अगर इन्वेस्टर को लगता है की कंपनी मुनाफा कमाएगी तो वो लोग और पैसे लगाते हैं लेकिन जब लगता है की कंपनी घाटे में जाएगी तो वो अपना पैसा निकाल लेते हैं जिससे मार्किट नीचे चली जाती है ।
Investing में लोग अपने पैसे को लम्बे समय तक होल्ड रखते हैं जबकि Trading लोग कुछ ही समय के लिए अपने पैसे को मार्किट में लगाते हैं और ज्यादा मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं ।
नही, Trading में आप मार्किट को एनालिसिस करते हो और जब आपको लगता है की मार्किट में पैसा लगाना चाहिए तब आप पैसा लगाकर मुनाफा कमा लेते हो जबकि जुवा में आपको कुछ पता नही होता की पैसा आयेगा या नही।
हाँ, अगर आपको ट्रेडिंग में 100% रिटर्न मिल रहा है तो अगर आप 10,000 रूपए लगाते हो तो आपको 20,000 रूपए ही मिलेंगे वहीं अगर आप 1 लाख लगाते हो तो आपको 2 लाख मिलेंगे